सब गुरु की महिमा है
वरना हमको क्या आता था
क्या जीवन, क्या मरण
न साफ नजर कुछ आता था
कटु सत्य से जीवन के, सबको गुरु सदा मिलवाते है।
ये महिमा केवल गुरु की है
जो हम सार्थक जीवन जी पाते है
अपार ज्ञान के सागर वो
अपने ज्ञान का सारा जल हमे पिलाते है,
गुरु दक्षिणा मे केवल जो शिष्य को अव्वल देखना चाहते है।
नहीं छवि कोई और गुरू सी जो सच ,झुठ ,सही, गलत, अच्छा, बुरा मन के भीतर से हटाते है
सब गुरू की महिमा है जो कठिन जीवन को भी हम सरलता से जी पाते है
और क्या लिखु उनके बारे मे जिनकी वजह से लिख पा रही हु वो गुरु ही है जिनके वजह से ओरो के सामने प्रस्तुत हो पा रही हु 😊
©tina patidar30
#Gurupurnima