गैरों ने मुझे अपना और अपनों ने मुझे गैर समझा है यह तो वक्त की बात है जनाब पहले पसीने की कीमत थी अब तो पसीना भी बिकता है जिंदगी के उस मोड़ पर हूं मैं जहां...
नींद नहीं आंखों में अब तो हर पल बेचैन रहता हूं खोई खोई यादों में अक्सर खुद से बातें करता हूं
©MUKESH KUMAR choudhary