अपनों की बोली कभी कभी इतनी चुभती है कि हम अपने अल्फाजों को ही महरूम कर देते है,
बाते कैसी भी हो पर बेहाल कर देते है,
दुनिया से लड़ना जितना आसान है अपने उतना ही खोखला कर देते है,
दर्द भरे किस्सा-कहानियां पढ़ कर सब रो लेते है लेकिन अपनी कहानी में खामोश रहना वक्त पर छोड़ देते है,
हालात से समझौता कर खुद में ही खुद को तोड़ लेते है, Writer Divya Mannewar💞
#IshqUnlimited