"तुम बहुत बुरे हो, पर उससे कही ज्यादा निर्दई भी हो,
बनी बनाई खुशियो के इमारतों को एक झटके में गिरा जाते हो
यहां तक कि जब कोई पहले से ही तनाव में घिरा हुआ है
तुम आते ही उसे पूरी तरह तोड़ जाते
पहले से जो एक रोशनी की उम्मीद में जिंदगी को
जीने की कोशिश कर रहा होता
तुम अचानक से समंदर की लहरों की तरह आते हो
और उसके सारे हौसलों को रेत की तरह बिखेर जाते हो
जीते जी इंसानों को मारने का ये हुनर कहा से लाते हो
सच यार तकलीफ़ बहुत बुरे हो तुम
😔
©Rajan Pandey
"