**कैलेंडर**
साथ तेरा बस इतना था,
एक साल तक तू सबका प्यार था।
रंग-बिरंगी दीवारों पर टंगा,
हर घर का दुलार था।
बच्चों की छुट्टियां हों या
बड़ों का शुभ मुहूर्त,
दादा-दादी के राशि का फल,
सब तुझ पर ही निर्भर था।
तेरे हर पन्नों में छपी नई कहानी थी,
कभी खुशी तो कभी गम़ की निशानी थी।
पर आज वक्त है तुझे अलविदा कहने का,
नए कैलेंडर को दीवार पर सजाने का।
कल तक हर घर की दीवारों की शान
तू बढ़ाता था,पर आज तू किसी के लिए
नोटबुक का कवर,किसी के लिए काग़ज़
की नाव,और किसी के लिए सिर्फ रद्दी का
सामान बना है।
यही तो जीवन का सत्य है,
समय के साथ सब बदलता है।
तेरा सफ़र यहीं तक था,
अब नए कैलेंडर का इंतजार है।
जो बीता, वो याद रहेगा,
तेरा योगदान सदा दिल में बसता रहेगा।
अलविदा कैलेंडर 2024...
अलविदा....
©Sudha Betageri
#lsudha