जीवन में लोगों ने मुझे इतना ही समझा
की मैं पत्थर के भाती कठोर हूं।
मैं अपने जीवन की एक घटना बताती हूं
मैं अपने दोस्तों से मिलने गईं थी
और मेरे घर पर 3 मछलियां थी और जब मैं घर आई
तो उनकी मृत्यु हो चुकी थी और उन्हें मृत्यु देख
मैं कई दिनों तक रोती रही और कहीं महीनों तक अपने आप को कोसती रही
की क्यों मैं बाहर गई
मैं इतनी कठोर हूं की आज भी मेरे नेत्रों से अश्रु बह रहे उनकी
मृत्यु याद करके !
©Su MAn Chauhan
#Apocalypse