उसने पूछा वो क्या हैं मेरे लिए
तुम तेज धूप में छाऊ की तरह हो
तुम ही हो सर्द रातों की राहत
तुम जरिया हो मेरा खुद से खुद तक का
तुम ही मेरी किताब हो
तुम से शुरू हैं मेरा हर पल
तुम्हीं मेरा ख्वाब हो
तुम हो तो ज़िन्दगी हसीन हैं
सिर्फ तुम ही मेरा सुकून हो।
©Nikita kothari
#Sirf_tum