जिंदगी का रंग देख कर, मै तो रह गया दंग बचपन से बु

"जिंदगी का रंग देख कर, मै तो रह गया दंग बचपन से बुढ़ापे तक, इस जीवन के संग ------ कभी नर्म तो कभी गर्म, कभी शीतल मधुमंद कभी तमतमाया कभी शांत, कभी पीकर भंग मतंग ------ घुटनों के बल चलते देखा, सिना तान के चलने लगा आया बुढ़ापे में मै देखा , लाठी टेक के कैसे चलता ---- मृगतृष्णा कभी खत्म न होगी , जीवन के अंतिम क्षण तक सुनहरा जिसने जीवन देखा , बुढ़ापे में हो जाता बदरंग ---- प्यार मिला मुझे सबसे, हर उम्र में रहा शहजादा विधाता की कृपा है ऐसी , पाया में उम्मीदों से ज्यादा ©सारस(रमेश शर्मा)"

 जिंदगी का रंग देख कर, मै तो रह गया दंग 
बचपन से बुढ़ापे तक, इस जीवन के संग
------
कभी नर्म तो कभी गर्म, कभी शीतल मधुमंद
कभी तमतमाया कभी शांत, कभी पीकर भंग मतंग
------
घुटनों के बल चलते देखा, सिना तान के चलने लगा 
आया बुढ़ापे में मै देखा , लाठी टेक के कैसे चलता
----
मृगतृष्णा कभी खत्म न होगी , जीवन के अंतिम क्षण तक
सुनहरा जिसने जीवन देखा , बुढ़ापे में हो जाता बदरंग
----
प्यार मिला मुझे सबसे, हर उम्र में रहा शहजादा
विधाता की कृपा है ऐसी , पाया में उम्मीदों से ज्यादा

©सारस(रमेश शर्मा)

जिंदगी का रंग देख कर, मै तो रह गया दंग बचपन से बुढ़ापे तक, इस जीवन के संग ------ कभी नर्म तो कभी गर्म, कभी शीतल मधुमंद कभी तमतमाया कभी शांत, कभी पीकर भंग मतंग ------ घुटनों के बल चलते देखा, सिना तान के चलने लगा आया बुढ़ापे में मै देखा , लाठी टेक के कैसे चलता ---- मृगतृष्णा कभी खत्म न होगी , जीवन के अंतिम क्षण तक सुनहरा जिसने जीवन देखा , बुढ़ापे में हो जाता बदरंग ---- प्यार मिला मुझे सबसे, हर उम्र में रहा शहजादा विधाता की कृपा है ऐसी , पाया में उम्मीदों से ज्यादा ©सारस(रमेश शर्मा)

#

#नोजोतोहिन्दी #जीवन #सफर

People who shared love close

More like this

Trending Topic