इज़्ज़त भी तेरी, बेइज़्जती भी तेरी, ठहराव भी तेरा ,और
"इज़्ज़त भी तेरी, बेइज़्जती भी तेरी,
ठहराव भी तेरा ,और प्रगति भी तेरी.....!
हम तो दीवाने है तेरे,और पागल भी तेरे लिए,
फिर ये पागलपन भी तेरा और ये हस्ती भी तेरी..!!
तुम्हारा पगलू"
इज़्ज़त भी तेरी, बेइज़्जती भी तेरी,
ठहराव भी तेरा ,और प्रगति भी तेरी.....!
हम तो दीवाने है तेरे,और पागल भी तेरे लिए,
फिर ये पागलपन भी तेरा और ये हस्ती भी तेरी..!!
तुम्हारा पगलू