White में एक ऐसी ग़ज़ल लिखूँगा!
में उसमें सब कुछ लिखूँगा!
खुदा पढ़ के रोने लगेगा में
उसमें दर्द इस कदर लिखूँगा
मे झूठी मुस्कान के पीछे छुपा
हुआ हँसता चेहरा लिखूँगा!
में इस जहान मे लोगो का
मतलब का मतलब का रिश्ता लिखूँगा
में वो ठंड की रात चौराहा पे बाहर
सोते हुए लोगो की दास्तान लिखूँगा!
मे दो वक़्त की रोटी ना मिलने पे
पानी से पेट भरने की बात लिखूँगा!
मे प्यार में जुदा हुए आशिकों
की दर्द भरी कहानी लिखूँगा!
©abhishek sharma
#good_night