New Year 2025 तुम्हारी बाहों में मैंने अपना घर पाय | हिंदी Poetry Vide

"New Year 2025 तुम्हारी बाहों में मैंने अपना घर पाया तुम्हारी बाहों में मैंने अपना घर पाया, हर दर्द, हर ग़म वहीं पर सिमट आया। वो सुकून जो दुनिया में कहीं न मिला, तुम्हारे करीब आकर, उसे जी भर के पाया। ©Narayan Shukla "

New Year 2025 तुम्हारी बाहों में मैंने अपना घर पाया तुम्हारी बाहों में मैंने अपना घर पाया, हर दर्द, हर ग़म वहीं पर सिमट आया। वो सुकून जो दुनिया में कहीं न मिला, तुम्हारे करीब आकर, उसे जी भर के पाया। ©Narayan Shukla

#Newyear2025 try to touch your heart ❤️ hindi poetry

People who shared love close

More like this

Trending Topic