ये दिल कही तो लगाना पड़ेगा उसे भुलाने के लिए
गमो से पीछा छुड़ाना होगा मुस्कुराने के लिए
इक ही तो दिल था जो दे दिया उसे इश्क़ में
नया कोई दिल बनाना होगा फिर दिल लगाने के लिए
तमाशा-ए-इन बन गया हु नाचे जा रहा मैं
अपनी ही ज़िन्दगी को हराना होगा खुद को जिताने के लिए
पुराने दौर का खिलाडी नया कुछ न जानता मैं
मुझे जीतना ही होगा पुराना दौर वापस लाने के लिए
वो जो मेरी हार के लिए बैठे है सीखा है तज़ुर्बे में
जित के पास जाकर हारना होगा उनके दिलो में आने के लिए
-- #pandayji
gazal