अकेले में बैठकर मंथन करना, इसने हँसाया कितनी बार ह | हिंदी Poetry

"अकेले में बैठकर मंथन करना, इसने हँसाया कितनी बार है, पूछना इस ज़िंदगी से ये भी, इसने रुलाया कितनी बार है! ....... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey"

 अकेले में बैठकर मंथन करना, इसने हँसाया कितनी बार है, 
पूछना इस ज़िंदगी से ये भी, इसने रुलाया कितनी बार है! 
....... Er. Himanshu Pandey

©Kavi Himanshu Pandey

अकेले में बैठकर मंथन करना, इसने हँसाया कितनी बार है, पूछना इस ज़िंदगी से ये भी, इसने रुलाया कितनी बार है! ....... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey

रुलाया... #beingoriginal #nojotohindi

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