White बरसों बीत गए उस घर से विदा हुए, बरसों बीत गए नई दुनियाँ बसाए हुए, फिर भी याद आते है वो पल, जो हमने थे मायके में बिताए, रम गई हूँ इस नई जिंदगी में, घर, परिवार और बच्चों की खुशी में, फिर भी नाम जब भी आता है माँ के घर का, खो जाती हूँ उस घर की कहानी में, कुछ पुरानी बातें, कुछ पुरानी यादें, जिंदा है आज भी वो कहीं, कुछ रिश्ते-नाते, फुर्सत में ही सही, कुछ पल के लिए ही सही, चाहती हूँ जीना, फिर से वही जिंदगी, ये मेरी तमन्ना ही सही, खुद बन कर भी माँ, याद आती है सिर्फ अपनी माँ, कितना भी बसा लो अपना घर, पर याद आ ही जाता है माँ का घर..
©Richa Singh
#good_night