विश्व में घनघोर अंधेरा था दीपों से मिला सवेरा था। श्री राम के चरणों का आगमन था। दीपो से जगा यह गगन था ।धरती भी रोशनी से महके जा रही थी ।खुशियां हर घर मनाई जा रही थी ।दीप जले थे रोशनी को कहते जा रहे दीपावली हो।
©manoj Kumar Mudgal
# dipawali ki Roshani
#Diwali