मेरा भी एक नाम है ना
मुझे भी उससे बुलाया करो
मुझे ऊपर से देख कर तुम ना
सही गलत ठहराया करो
मेरे भी कोई जज़्बात है ना
कभी उनको भी समझ जाया करो
मेरी कमियों को पहचानने के बजाये
मेरी खूबीयों को सहराया करो
कमियों का घर दिखता है ना
कभी अच्छाईयों का दरवाज़ा भी खटखटाया करो
इंसान तुम भी हो इंसान मैं भी हूँ
कभी इंसानियत से पहचान जाया करो
©azra Khan
#Trees