White अगर मैं किसी अच्छी की तलाश करूं ,
तो वो मुझे बुरा लगता है..
मैं समझदार की तरफ जब देखती हूं
तो वो मुझे नासमझ लगता है..
मैं मोहब्बत ढूंढ़ने अगर निकालूं,
तो मेरे घर में एक नफरत बैठी है...
वो मेरा पति है मैं उसमें सिर्फ एक
हमसफ़र ही ढूंढ सकती हूं...
हमराही नहीं मिल सकता .....
हमारे रास्ते, हमारी मंजिलें अलग है,
पर मैं उसकी अर्धांगिनी हूं,
और वो मेरी जीवन कि पूंजी हैं...
उसे खोकर तो खाली हो जाउगीं...
हम एक ही रहेंगे चाहे हमें में कितनी हि तनहाइयां हो,
अकेलापन हो, चाहे हम कितने हि टूटे हुए हो
पर जो हम एक साथ हो तो हि जुड़ सकते हैं ...
हमें कोई तीसरा आकर जोर ही नहीं सकता ,
हमें मे से किसी को किसी तीसरे कि जरूरत
नहीं ना हि कोई जगह है...
इस बात को समझने में आधी उम्र निकल गई है ....
अब आधी इस रिश्ता संजोते हुए निकल जाएगा....
शायद यही पूर्णता है इस रिश्ते की..... 💕💕
©Sushma
#husbandwife Manish Kumar singh शुभ विचार