ये प्यार के गदर निकल पतली गली से
बनता ह समझदार नीकल पतले गली से
ये झूंटे अदाकार निकल पतली गली से
दुनिया के तलबगार निकल पतली गली से
खाने को मुसलमान ना रोजाना नमाजी
ए दिन के बाजार निकल पतली गली से
क्या चाहता है बहनों के तेरे कोई देखे
ए ताली बेटी डर निकल पतली गली से
जब वक्त पड़ा तो भी तु मसरूफ रहा है
काहे का वफादार निकल पतली गली से
क्या चीज मोहब्बत है मुझे इल्म है उसका
ए तालिब ए रुखसार निकल पतली गली से
अब खींच के नाजुक कहीं न दो चार ना रख दे
इश्क के व्यापार निकल पतली गली से
,,,,,आज,,,,,,,,,कलम,,,,,,,नाजुक,,,,,नाजुक,,,,insta I'd bhi
©(Nazuk nazuk )
#thepredator