पल पल तरसें थे, उस पल के लिये.. पल आया भी तो, दो प | हिंदी शायरी
"पल पल तरसें थे, उस पल के लिये..
पल आया भी तो, दो पल के लिये..
सोचा था उस पल को बना लेंगें एक हसीन पल..
पर वो "पल" रुका भी तो, बस एक पल के लिये..
उस एक पल में कह अलविदा..
ले गए सारे पल, हमसें हर पल के लिये !!"
पल पल तरसें थे, उस पल के लिये..
पल आया भी तो, दो पल के लिये..
सोचा था उस पल को बना लेंगें एक हसीन पल..
पर वो "पल" रुका भी तो, बस एक पल के लिये..
उस एक पल में कह अलविदा..
ले गए सारे पल, हमसें हर पल के लिये !!