मैं कभी किताब लिखूंगी
तुझसे किए प्यार का उसमे हिसाब लिखूंगी
तेरे आने की खुशी और तेरे जाने का गम
अपने बदलते रिश्ते का अंदाज़ लिखूंगी ।
मैं कभी किताब लिखूंगी ।।
दर्द से भरी रातें और रातों में तेरी यादें
बहते मेरे आंसू और यादों में सिर्फ तेरी ही बात लिखूंगी