White कुछ कहूं।
या चुप ही रहूँ।।
बबाल तो होना ही हैं।
जवाब दे भी दूँ।
सवाल तो उठना ही हैं।।
सब कुछ करके भी।
बहुत कुछ रह ही जाना हैं।।
ठहरे रहो तुम।
वक़्त तो निकल ही जाना हैं।।
किसी न किसी बहाने।
जिंदगी तो गुज़र ही जाना हैं।।
मुस्करा लो थोड़ा।
रोते रहोगे तो किसी का क्या जाना हैं।।
जी लो न जिंदगी।
मर जाओगे तो तस्वीर ही बन जाना हैं।।
कम सही।
थोड़ा मीठा सा गम सही।।
ख़ुद के लिए तुम मिशाल बन जाओ।
दुसरो को नापसंद सही।।
अपना एक अलग अंदाज़ बन जाओ।
सबके न सही किसी एक के ख़ास बन जाओ।
ख़ुद को दे दो मुस्कराहट का ख़िताब।
मरने से पहले बन जाओ एक खूबसूरत किताब।।
©chahat
मुस्करा लो थोड़ा