जो सीधे सहज हे रास्ते , वो मंज़िल से बैर रखते हैं | हिंदी Video
"जो सीधे सहज हे रास्ते , वो मंज़िल से बैर रखते हैं
ये नए दौर के आशिक है , जिस्मो कि खैर रखते हैं
तुम अपने यार के सजदे में , दिल, राहों में रख देते हो
ये अंधे, नाम के आशिक हे , उस दिल पर पैर रखते हैं
"
जो सीधे सहज हे रास्ते , वो मंज़िल से बैर रखते हैं
ये नए दौर के आशिक है , जिस्मो कि खैर रखते हैं
तुम अपने यार के सजदे में , दिल, राहों में रख देते हो
ये अंधे, नाम के आशिक हे , उस दिल पर पैर रखते हैं