अब इस वक्त पर क्या कहेंगे हम जब हर रोज आने वाला सवेरा हैं उम्मीद और ढलती शाम बैचेनी और उलझे हुए खुद में तों क्या ही देंगे तेरे हम... लौटेंगे हम खुद में भी ख्वाब भी पूरे होंगे अभी कसर हैं थोड़ा सा जब मेहनत पूरे होंगे.. ©prahlad mandal #Morning Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto