उससे इश्क़ करना ही बस एक चारा था
वो शख्स कसम खुदा की इतना प्यारा था
तुम्हारा तो बहुत बाद में हुआ है वो
तुम्हारा तो बहुत बाद में हुआ है वो
एक अर्शे तक वो बस हमारा था
किसी कीमत पे वापस नहीं आ सकता है
जो बक्त साथ में हमने कभी गुज़ारा था
कभी हम शहर के सबसे अमीर लोग थे
कभी हम शहर के सबसे अमीर लोग थे
आशमां तो आशमां चाँद भी हमारा था
एक शख्स जिसने नज़र भी उतारी थी
फिर उसी शख्स को नज़र से उतारा था
उससे इश्क़ करना ही बस एक चारा था
वो शख्स कसम खुदा की इतना प्यारा था
©P.R.Rajasthan