अभी सूरज नहीं डूबा, जरा-सी शाम होने दो नहीं डूबा अ | हिंदी विचार
"अभी सूरज नहीं डूबा, जरा-सी शाम होने दो नहीं डूबा अभी सूरज, जरा शाम तो होने दो,
जो बचे हैं कुछ ख्वाब, उन्हें पूरा तो होने दो.।
सुबह की रोशनी, हर शाम ढल जाती है,,
ठहरों कुछ देर, रात को भी सुबह में बदलने दो"
अभी सूरज नहीं डूबा, जरा-सी शाम होने दो नहीं डूबा अभी सूरज, जरा शाम तो होने दो,
जो बचे हैं कुछ ख्वाब, उन्हें पूरा तो होने दो.।
सुबह की रोशनी, हर शाम ढल जाती है,,
ठहरों कुछ देर, रात को भी सुबह में बदलने दो