#शायरी#खुद नहीं #आती शायरी एक फीलिंग है शायरी एक मजहब है हां शायरी एक मजहब शायरी पवित्र है और जिंदगी में जो शायर है वह सबसे ज्यादा हसीन जिंदगी जी चुका है तभी वह #शायर है जो दूसरों का दर्द देख सके वह #शायर है हम सब शायर है तुझे तो ही तो #लिखते हैं यह #दुनिया को बताते हैं कि क्या सही है क्या गलत हम शायर हैं चंद लाइनों में किताबें छाप लिया करते हैं