"कोई ढूंढता है मंदिर तो कोई ढूंढता मस्जिद
कोई गिरजाघर तो ढूंढता कोई गुरूद्वारा है
ग़ज़ब बोलता है झूठ और करे नाहक ज़िद्द
यह सीनाजोर सियासत मज़हब का मारा है
तारीख़ें खोद नया वतन बनेगा भारत न्यारा
अवाम मज़हबी अफ़ीम चाटने में मदमस्त है
बाकी है आवामी "अदनासा" उम्मीद प्यारा
इंसानियत का पैगाम जब-तक जबरदस्त है
©अदनासा-
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