मैं पूरी बेखबर खुद से हूँ...
होश में हूँ...
तब से...
जब से मैं मुझमें मुमकिन दिखी हूँ...
निशान निर्माण के खुद मेंं देख रहीं...
धीरे - धीरे मैं निखर रही हूँ...
पूरी कायनात दिख रही...
मुझे बेखबरी की दुनियां में...
मैं इंसान नहीं खुदी में फरिश्ता बनी हूँ...
©Di Pi Ka
#अचानक