White हिंदी की यह वेदना, समझे इसको कौन।
कार्यालय या घर कहीं,हिंदी पर सब मौन।।
हिंदी पर सब मौन, नहीं जग में सुनवाई
माह सितंबर में सभी,करते इसकी अगुवाई।।
कहते कवि यह राज,सजे माथे सी बिंदी।
कैसे मिलता मान,लगे अति प्यारी हिंदी।।
डाॅ.राजेश श्रीवास्तव राज
©Rajesh Srivastava
#hindi_diwas