वो नही समझ पायेंगे कभी भी
मेरी मुस्कराहट के पीछे छुपे दर्द को
हर रोज मेरी आंखों से छलके आंसुओं को भी
क्योंकि वो बेकुसूर है
मेरा दर्द मेरा है उनका तो नहीं
ये आंसू भी मेरे अपने हैं
उनके दिए तो नहीं
अगर मेरी जिंदगी में मुश्किलें है
तो वो क्यों सहते उन मुश्किलों को
सच उन्हें तो हक है ना
अपनी जिंदगी बेहतरीन बनाने का।
©indu mitra
मैं और वो शायरी लव