वो नही समझ पायेंगे कभी भी मेरी मुस्कराहट के पीछे | हिंदी शायरी

"वो नही समझ पायेंगे कभी भी मेरी मुस्कराहट के पीछे छुपे दर्द को हर रोज मेरी आंखों से छलके आंसुओं को भी क्योंकि वो बेकुसूर है मेरा दर्द मेरा है उनका तो नहीं ये आंसू भी मेरे अपने हैं उनके दिए तो नहीं अगर मेरी जिंदगी में मुश्किलें है तो वो क्यों सहते उन मुश्किलों को सच उन्हें तो हक है ना अपनी जिंदगी बेहतरीन बनाने का। ©indu mitra"

 वो नही समझ पायेंगे कभी भी 
मेरी मुस्कराहट के पीछे छुपे दर्द को 
हर रोज मेरी आंखों से छलके आंसुओं को भी 
क्योंकि वो बेकुसूर है 
मेरा दर्द मेरा है उनका तो नहीं 
ये आंसू भी मेरे अपने हैं 
उनके दिए तो नहीं 
अगर मेरी जिंदगी में मुश्किलें है 
तो वो क्यों सहते उन मुश्किलों को
सच उन्हें तो हक है ना
अपनी जिंदगी बेहतरीन बनाने का।

©indu mitra

वो नही समझ पायेंगे कभी भी मेरी मुस्कराहट के पीछे छुपे दर्द को हर रोज मेरी आंखों से छलके आंसुओं को भी क्योंकि वो बेकुसूर है मेरा दर्द मेरा है उनका तो नहीं ये आंसू भी मेरे अपने हैं उनके दिए तो नहीं अगर मेरी जिंदगी में मुश्किलें है तो वो क्यों सहते उन मुश्किलों को सच उन्हें तो हक है ना अपनी जिंदगी बेहतरीन बनाने का। ©indu mitra

मैं और वो शायरी लव

People who shared love close

More like this

Trending Topic