White सुंदर सुर सजाने को साज बनाता हूं
नौसिखिए परिंदों को बाज बनाता हूं ।।
चुपचाप सुनता हूं शिकायतें सबकी
तब दुनिया बदलने की आवाज बनाता हूं।।
समंदर तो परखा है हौसले पंछियों के
और मैं डूबती कश्तियों के जहाज बनाता हूं।।
बनाये चाहे चांद पर कोई बुर्ज ए-खलीफा
और मैं तो कच्ची ईंटो से ताज बनाता हूं।।
©Er. Tanishq Mohane
my thought 💫💫💫💫