मौसम की बारिश सुकून है लाती,
कसक रहती है उस पल होते तुम साथी।
बाहें फैलाए मुस्कुराए यह धड़कन,
याद तुम्हारी आती उस क्षण।
दसों दिशाएं झूम रहे हैं,
बूंदें सबके कर चूम रही है।
खुश होकर भी रोता ये मन,
याद तुम्हारी आती जिस क्षण।
©Matangi Upadhyay( चिंका )
बारिशें ❤️
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