ना सोचा था ना सोचा था कि मिलो के फासले होगे मिलने | English Poetry Vid
"ना सोचा था
ना सोचा था कि मिलो के फासले होगे
मिलने के लिए बेताबी होगी
दूर होता तो कभी जहन में भी न था
फिर ए खुदा तूने ये क्यू फैसला लिया
कि वक्त उसके ही ख्यालों में डूबा रहे ।।।"
ना सोचा था
ना सोचा था कि मिलो के फासले होगे
मिलने के लिए बेताबी होगी
दूर होता तो कभी जहन में भी न था
फिर ए खुदा तूने ये क्यू फैसला लिया
कि वक्त उसके ही ख्यालों में डूबा रहे ।।।