यूं खुद को हारा हुआ साबित करने में लगे हुए हो ?
केवल इस उम्मीद के साथ की ये दुनिया तुम्हारे गुणगान करेंगे कि तुमने खुद को जीवन की हर विशिष्ट परिस्थिति में साबित किया हैं
सुनो, इस गलतफहमी से बाहर आओ क्योंकि तुम खुद को हारा हुआ कहोगे ना तो ये दुनियां तुम्हे रेंगने पर मजबूर कर देगी
तुम बेहतर हो
बस बेहतरीन होने के लिए प्रयासरत रहो।
वो कहते हैं ना ,
मंजिल मिल जाएगी भटकते भटकते ही सही
गुमराह तो वो है
जो घर से निकले ही नहीं।।
©Meri Kalam
#मंजिल