न मै रांझा न वो हिर थी
इन दोनों की बुरी हमारी तक़दीर थी
न मै साज न वो श्रृंगार थी
लेकिन इनसे भी खूबसूरत तकरार थी
न वो कृष्ण न वो राधा था
लेकिन हमारा प्यार भी अकेले आधा था
नदियों का मुकाम समंदर था
और उसका मुकाम हमारे दिल के अंदर था
खूबसूरत सा बुना सपना था
मानो सिर्फ वही अपना था
जुदाई का वक्त आ ही गाया
हर प्रेम कहानी की तरह ये भी यादो में रह गाया
©The Manjeet
#KhoyaMan kittu Sufiyana Anand Tikam Bauddh Nandini