तेरी हर एक बात को सर झुका के
माना था हमने
तेरी हर एक इच्छा को
स्वीकारा था हमने
और जो मेरे घरवाले भी ना बदल पाये
जिन आदतो को
तेरी खुशी के लिये उनको भी
दफनाया था हमने
और तुम क्या ही समझ पाओगे
मेरी मोहब्बत को
तेरे हर एक गुनाह को भूल समझ के
सीने से लगाया था हमने
और जाना तुम बात करते हो वफा की
तुम्हे गैरो के साथ देखकर भी
अपनी ही आ़ंखो को झुठा बताया था हमने
अनिशा खान मलिक 😊😊
©Anisha Khan Malik
#Tanhai