भीड़ से ज्यादा,कम मित्र अच्छे लगने लगे हैं कि व्यर | हिंदी Shayari

"भीड़ से ज्यादा,कम मित्र अच्छे लगने लगे हैं कि व्यर्थ ही ये सारे, अब इत्र लगने लगे हैं मैं अपने जीवन के उस चरण में हूँ जहाँ, मुझे छायाचित्र से रोचक,मानचित्र लगने लगे हैं ©Ankita Tantuway"

 भीड़ से ज्यादा,कम मित्र अच्छे लगने लगे हैं
कि व्यर्थ ही ये सारे, अब इत्र लगने लगे  हैं
मैं अपने जीवन के उस चरण में हूँ जहाँ, 
मुझे छायाचित्र से रोचक,मानचित्र लगने लगे हैं

©Ankita Tantuway

भीड़ से ज्यादा,कम मित्र अच्छे लगने लगे हैं कि व्यर्थ ही ये सारे, अब इत्र लगने लगे हैं मैं अपने जीवन के उस चरण में हूँ जहाँ, मुझे छायाचित्र से रोचक,मानचित्र लगने लगे हैं ©Ankita Tantuway

मुझे छायाचित्र से रोचक मानचित्र लगने लगे है
#Love #aim #Map

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