Vishnu Bhagwan सुंदरी छंद
अपने मन को वश में करके,
प्रभु को अपना, मनमीत बना ले।
सब कुछ प्रभु को कर अर्पण अब,
खुद को प्रभु का, अब दास बना ले।
दुनियां तुझको अनजान लगे,
ऐसी प्रभु से पहचान बना ले।
प्रभु का बनजा सब कुछ तज़ कर,
मन को प्रभु का बस धाम बना ले।
©Uma Vaishnav
#vishnubhagwan