जानता हूं तेरी खामोशी लबों में भी एक पुकार होती है
"जानता हूं तेरी खामोशी लबों में भी एक पुकार होती है
जैसे बिखरी हुई राख में एक अंगार होती हैl
बेखौफ गुजर सकते हो मेरी रगों में तुम लहू बनकर
मेरे दिल के सूबे में तेरी धड़कनों की सरकार होती हैll"
जानता हूं तेरी खामोशी लबों में भी एक पुकार होती है
जैसे बिखरी हुई राख में एक अंगार होती हैl
बेखौफ गुजर सकते हो मेरी रगों में तुम लहू बनकर
मेरे दिल के सूबे में तेरी धड़कनों की सरकार होती हैll