डूबती रात को उजला सवेर दिया है मैंने..
- Khoya Lamha
दर्भट- एकांत जगह, मनोरथ- इच्छा
-----------------------------------------------
अब समेट कर खुद को बिखेर दिया है मैंने,
डूबती रात को उजला सवेर दिया है मैंने..
थोड़ी नरमाई तो जहन में आ ही जाती है,
टूटते तारे को भी ख्वाहिश नजर आ ही जाती है,
कभी दर्भट में विचलित छोड़ा जिसे,