सुनो न, तुम जो ऐसे हंसते हो,
सच में बहुत अच्छे लगते हो,
और जब तुम कहते हो "जी हुज़ूर",
सच में बड़े प्यारे लगते हो,
तुम्हें पता है कि मैं बहुत बोलती हूं,
और तुम थोड़ा कम बोलते हो,
मैं तुम्हारे सामने अपने मन के राज़ खोलती हूं,
और तुम मेरे आगे अपने मन के राज़ खोलते हो,
तुम्हें सोच कर मेरे दिल को करार आता है,
इसीलिए तुम पर हर रोज़ प्यार आता है,
मैं हर ख़ुशी तुम्हारे नाम करना चाहती हूं,
तेरे साथ मरना नहीं, जीना चाहती हूं,
जिसमें हम दोनों की ख़ुशी हो,
वो सब करना चाहती हूं..!!
- Kiran Verma ✍🏻❤️🧿
©ख्वाहिश _writes