2023
🤗 *Nothing is good without you..I hope,
you will be doing something better for yourself*,👍
विकट विराट धूल अधर्म की,छाय लागे व्योम सी*
अश्रु गिरे चक्षु से,होय अचला जब प्रज्ञा चक्षु सी**
बूंद बूंद रस संजोए औरस, पराक्रमी और तेजस्वी*
मोहक रूप क्षोभ सा,और देह कुलिस सी**
श्रीसुदी की समर हिंसा,करे लोक आलोक सी*
अश्रु ठहरे तब महिद्रग से,बरसे सुधा मानवी**
भ्रमर ले विनोद सुमन से कोकिल गाए गीत नेहा का*
उपवन खिल उठे मातृधरा का,जैसी पूर्णिमा का शशि और अर्क प्रातःकाल का**
*Writer-वीरू सिंह अवतार*
..You have a great day of today..
©Writer Veeru Avtar
kavita