आपकी आंखे हमे जिंदा जला रही है ,,,,
ना जाने क्यों ये खामोश होके ऐसे हमे ऐसे तड़पा रहीहै /
मानता हू
Ruaab है इनमे मेरे यू ऐसे चले जाने का,,,
मानता हूं
आपके इस दुख में मेरा ही कसूर है
लब है खामोश फिर भी दिल पे एक सुरूर है मेरे जाने की बाद रहना सीख लीजिए चला जाऊ छोड़ की तो जीना सीख लीजिए ।
होइए ना हताश लौट की आऊंगा नहीं मुझको भूल के अब से हंसना सीख लीजिए।।।
©Khushi ki khushi
#TereHaathMeinदिल जले आशिक की दास्तां