अगर न लिखते हम तो कबके राख हो गए होते,
दिल के साथ साथ रूह में भी
सुराख हो गए होते !!
©Sarfaraj idrishi
अगर न लिखते हम तो कबके राख हो गए होते,
अरिएनके इखाम
दिल के साथ साथ रूह में भी सुराख हो गए होते !!@shiza निज़ाम खान @h m alam s @Khushboo Gola udass Afzal khan