कैसे कैसे लोग हमारे जी को जलाने आ जाते हैं, अपने अ | हिंदी Shayari Vid

"कैसे कैसे लोग हमारे जी को जलाने आ जाते हैं, अपने अपने गम के फसाने हमे सुनने आ जाते हैं। सब की सुन कर चुप रहते है दिल की बात नही कहते हैं, आते आते जीने के भी लाख बहाने आ जाते हैं। मेरे लिए वे गैर है और मैं उनके लिए बेगाना हू, फिर भी एक रस्म-ए-जहाँ है जिसे निभाने आ जाते हैं। उनसे अलग मै रह नही सकता इस बर्बाद ज़माने मे, अपनी ये मजबूरी "अभय"याद दिलाने आ जाते हैं। ©ABHAY MAURYA "

कैसे कैसे लोग हमारे जी को जलाने आ जाते हैं, अपने अपने गम के फसाने हमे सुनने आ जाते हैं। सब की सुन कर चुप रहते है दिल की बात नही कहते हैं, आते आते जीने के भी लाख बहाने आ जाते हैं। मेरे लिए वे गैर है और मैं उनके लिए बेगाना हू, फिर भी एक रस्म-ए-जहाँ है जिसे निभाने आ जाते हैं। उनसे अलग मै रह नही सकता इस बर्बाद ज़माने मे, अपनी ये मजबूरी "अभय"याद दिलाने आ जाते हैं। ©ABHAY MAURYA

#Barsaat

People who shared love close

More like this

Trending Topic