ऐ खुदा कैसी तेरी यह दुनिया है
एक तरफ शोर और दूसरी तरफ खामोशी है
किसी के मन में अहंकार है तो किसी के मन में दया भाव
कोई जश्न मना रहा है तो कोई खामोश बैठा है
हे प्रभु कैसी तेरी यह रासलीला है
किसी के अंदर प्रेम है तो किसी के अंदर घृणा
कोई अपने जीवन में खुश है
तू कोई दूसरों से अपनी खुशी बाटने में खुश है
हे प्रभु कैसी तूने यह दुनिया बनाई हैं
कोई अपनों का दुश्मन बना है
तो किसी की अपनों से सांसे चल रही है
कोई मेहनत करके इज्जत कमाना चाहता है तो कोई आपके भरोसे बैठे हैं
हे प्रभु कैसे तूने यह लोग बनाएं
कोई अपने पैसों के घमंड में चूर है तो कोई एक टुकड़ा रोटी के लिए तरस रहा है
कोई अपने महलों में राज कर रहा है तो कोई एक छोटी सी झोपड़ी की खोज में कर रहा है हे प्रभु कैसा तेरा यह उपकार है
किसी को बिना कुछ की आजादी मिल रही है तो किसी को चारदीवारी में बंद किया गया है
हे प्रभु जी कैसी सोच तुमने माना को दी है
©Anjali writer
Today thought