तुम कुछ वक्त लेकर आना चांदनी रात में ,
मैं तुम्हे कुछ अच्छाइयां तो कुछ बुराइयां बताऊंगा,
सुना है तुमको बचपना बहुत पसंद हैं,
तुम मेरे कंधे पर सर रख लेना मैं तुम्हे बो बचपन बाली लोरियां सुनाऊंगा ,
तुम मुझे चांद की तरह निहारते रहना ,मैं तुम्हारी तस्वीर अपनी आंखों में बसाऊंगा,
तुम हाथ तो थामो मेरा, जिंदगी के हर मोड़ पर तुम्हारा साथ निभाऊंगा ,
एक पल की हसी ही नही ,बल्कि ता उम्र तुमको हसाऊंगा।
©Nasir Husain