White पग-पग घूंघट , डलवाती दुनियां l पल-पल संकट, | हिंदी Poetry

"White पग-पग घूंघट , डलवाती दुनियां l पल-पल संकट, टलवाती तिरिया l घूंघट में नजरिया को कैद किया, तो दूरदर्शिता का मिसाल दिया । फिर घूंघट से ये सीख पाई , जेहन में अच्छी बातें ही लाई। पर्दा समाज में गलत धारणा से, दिल सहज बातों के खजाने से। घूंघट की आड़ छुपे कितनी बातें , और घूंघट हटे तो मीठी सौगातें । छुपा लो ,घूंघट कराकर सच्चाइयां । नूर ए सूरज, चढ़ें हराकर ऊंचाइयां । घूंघट की आड़ में ,नहीं मनमानियां। समझ बूझ, उम्मीद की कहानियां। नज़र से रक्षा, घूंघट का काम नहीं । घूंघट की छाप ,संस्कृति शान रहीं । घूंघट से सांसों की डोर बांधती , जिंदगी के नए आयाम संजोति। चाहे कैद करो घूंघट में उम्र सारी , उड़ान के पर आसमां चूमे हमारी। शिक्षा किरण से, घूंघट रोशन हुआ। पूर्ण भारत आंचल ,कीर्तिमान हुआ। ©Anuradha Sharma"

 White पग-पग घूंघट , डलवाती  दुनियां l
पल-पल संकट, टलवाती तिरिया l

घूंघट में नजरिया को कैद किया,
तो दूरदर्शिता का मिसाल दिया ।

फिर घूंघट से ये सीख पाई ,
जेहन में अच्छी बातें ही लाई।

पर्दा समाज में गलत धारणा से,
दिल सहज बातों के खजाने से।

घूंघट की आड़ छुपे कितनी बातें ,
और घूंघट हटे तो मीठी सौगातें ।

छुपा लो ,घूंघट कराकर सच्चाइयां ।
नूर ए सूरज, चढ़ें हराकर ऊंचाइयां ।

घूंघट की आड़ में ,नहीं मनमानियां।
समझ बूझ, उम्मीद की कहानियां।
 
नज़र से रक्षा, घूंघट का काम नहीं ।
घूंघट की छाप ,संस्कृति शान रहीं ।

घूंघट से सांसों की डोर बांधती ,
जिंदगी के नए आयाम संजोति।

चाहे कैद करो घूंघट में उम्र सारी ,
उड़ान के पर आसमां चूमे हमारी।

शिक्षा किरण से, घूंघट रोशन हुआ।
 पूर्ण भारत आंचल ,कीर्तिमान हुआ।

©Anuradha Sharma

White पग-पग घूंघट , डलवाती दुनियां l पल-पल संकट, टलवाती तिरिया l घूंघट में नजरिया को कैद किया, तो दूरदर्शिता का मिसाल दिया । फिर घूंघट से ये सीख पाई , जेहन में अच्छी बातें ही लाई। पर्दा समाज में गलत धारणा से, दिल सहज बातों के खजाने से। घूंघट की आड़ छुपे कितनी बातें , और घूंघट हटे तो मीठी सौगातें । छुपा लो ,घूंघट कराकर सच्चाइयां । नूर ए सूरज, चढ़ें हराकर ऊंचाइयां । घूंघट की आड़ में ,नहीं मनमानियां। समझ बूझ, उम्मीद की कहानियां। नज़र से रक्षा, घूंघट का काम नहीं । घूंघट की छाप ,संस्कृति शान रहीं । घूंघट से सांसों की डोर बांधती , जिंदगी के नए आयाम संजोति। चाहे कैद करो घूंघट में उम्र सारी , उड़ान के पर आसमां चूमे हमारी। शिक्षा किरण से, घूंघट रोशन हुआ। पूर्ण भारत आंचल ,कीर्तिमान हुआ। ©Anuradha Sharma

#good_night #poem

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