"मुश्किल पलों में
मैंने जो यह वक्त बिताया है
उसी ने तो बहुत कुछ अब
जीवन में जीना सिखाया है,
की जब नंगे पैर फटी पोशाक
जेब भी खाली पेट भी खाली
हालातों से तकदीर भी खाली
तब जो वक्त कुछ बता गया
क्या करना क्या न करना सीखा गया
की हां भले ही मजदूर था मैं
की हां भले ही मजबूर था मैं
पर नेकी की राह
और ईमानदारी की चाह ने
एक अलग ही सुकून से
जिंदगी को जीना अब सिखा दिया!
©–Muku2001"