मैं अजनबी राहों का गुमनाम मुसाफिर हूं ना खबर है द | हिंदी Life Video

" मैं अजनबी राहों का गुमनाम मुसाफिर हूं ना खबर है दुनियादारी की ना खुद से वाक़िफ हूं, लेकिन एक उम्र है पास मेंरे और तजुर्बा उसका कहता है, इंसान इंसानियत से परे है अब मतलब तक साथ रहता है, तुम चुटकी भर मांगोगे मरहम यहां हर मुठ्ठी में नमक रहता है, आशियाना जलाकर परिंदे का कहेंगे दूर शहर में रहता है, कंधे पर हाथ रखने वालो से संभलकर रहना साफ दिल वालो एक हाथ करेगा दिखावा हमदर्दी का दूजे में खंजर रहता है! ©Yogesh sood humrahi "

मैं अजनबी राहों का गुमनाम मुसाफिर हूं ना खबर है दुनियादारी की ना खुद से वाक़िफ हूं, लेकिन एक उम्र है पास मेंरे और तजुर्बा उसका कहता है, इंसान इंसानियत से परे है अब मतलब तक साथ रहता है, तुम चुटकी भर मांगोगे मरहम यहां हर मुठ्ठी में नमक रहता है, आशियाना जलाकर परिंदे का कहेंगे दूर शहर में रहता है, कंधे पर हाथ रखने वालो से संभलकर रहना साफ दिल वालो एक हाथ करेगा दिखावा हमदर्दी का दूजे में खंजर रहता है! ©Yogesh sood humrahi

#मेरे_अल्फाज
#मेरी_कलम_से✍️

People who shared love close

More like this

Trending Topic